Singrauli News: Corruption in the tap water scheme, poor construction work is being done in the darkness of night in Ganiyari
Singrauli News: सिंगरौली शहर में पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए चल रही नल जल योजना अब भ्रष्टाचार और लापरवाही का पर्याय बनती जा रही है। नियमों की अनदेखी कर ठेकेदारों द्वारा घटिया निर्माण कार्य को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे आम जनता को भविष्य में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
रात के अंधेरे में हो रहा है गुणवत्ता विहीन कार्य
ताजा मामला सिंगरौली नगर पालिक निगम के वार्ड क्रमांक 41, गनियारी शिव मंदिर चौराहा का है, जहां नल जल योजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया गया, लेकिन मरम्मत और गुणवत्ता की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, रात को 9 से 10 बजे के बीच अंधेरे में ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक पर रखकर घटिया निर्माण कराया जा रहा है। जब स्थानीय निवासियों ने इस कार्य का विरोध किया, तो ठेकेदार के प्रतिनिधियों ने खुलेआम चुनौती देते हुए कहा कि "हमारा कोई कुछ नहीं कर सकता।" इस बयान से साफ जाहिर होता है कि ठेकेदार को किसी न किसी प्रभावशाली व्यक्ति या विभाग का संरक्षण प्राप्त है, जिससे वह बेखौफ होकर अनियमितताओं को अंजाम दे रहा है।
ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं, अधिकारी अनजान
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि ठेकेदार जितेंद्र दुबे के प्रभाव के कारण अधिकारी भी उसके खिलाफ कोई कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। जिस तरह से गुणवत्ता को नजरअंदाज कर नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, उससे यह स्पष्ट होता है कि ठेकेदार पर कोई नियंत्रण नहीं है। लोगों का यह भी कहना है कि ठेकेदार की मनमानी के आगे निगम के अधिकारी और जनप्रतिनिधि भी घुटने टेक चुके हैं।
वार्ड के रहवासियों ने घटिया निर्माण कार्य और भ्रष्टाचार को लेकर विरोध दर्ज कराया है और प्रशासन से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। अगर उच्च अधिकारियों द्वारा सही तरीके से जांच की जाती है, तो यह एक बड़ा खुलासा हो सकता है कि नल जल योजना के नाम पर जनता के पैसों का किस तरह दुरुपयोग किया जा रहा है।
क्या जिम्मेदार उढ़ायेगे कोई ठोस कदम?
अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या नगर निगम, जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाते हैं या फिर ठेकेदार को इसी तरह मनमानी करने की खुली छूट मिलती रहेगी। अगर समय रहते इस मामले की जांच नहीं हुई, तो भविष्य में शहर की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
इनका कहना है।
नगर निगम सिंगरौली के आयुक्त दया किशन शर्मा ने कहा कि हमारे संज्ञान में आपके द्वारा में आया है हम जांच करवाते हैं अगर गुणवत्ता विहिन कार्य पाए जाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी।