Singrauli News: Nani contractors put shovels in the hands of teenage children
सिंगरौली नल जल योजना में भ्रष्टाचार और अनियमितता, स्थानीय लोग परेशान
Singrauli News: सिंगरौली। नगर पालिक निगम सिंगरौली में नल जल योजना के तहत किए जा रहे कार्यों में लापरवाही और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सामने आ रहे हैं। वार्ड क्रमांक 41, शिव मंदिर चौराहा के पास पाइपलाइन बिछाने का कार्य तो पूरा कर लिया गया, लेकिन इसके बाद की मरम्मत और गुणवत्ता की अनदेखी से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पाइपलाइन बिछाने के बाद ठेकेदार को सड़क को उसी रूप में पुनः बनाना था, जैसा कि पहले था। लेकिन नियमों की अनदेखी करते हुए ठेकेदार ने अपनी मनमानी शुरू कर दी और सड़क की मरम्मत में कंक्रीट डालकर ढलाई कर रहा है, जबकि नियमानुसार इसमें ब्लॉक लगना था। इससे सड़क की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं और नागरिकों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
ठेकेदार कर रहे मनमानी
स्थानीय लोगों ने बताया कि ठेकेदारों को काम सौंपते समय नगर निगम की ओर से गुणवत्ता संबंधी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं, लेकिन उनकी खुलेआम अनदेखी की जा रही है। पाइपलाइन बिछाने के दौरान सड़क को कई जगहों पर खोदकर छोड़ दिया गया, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। जल आपूर्ति के लिए बिछाई गई पाइपलाइन भी निम्न गुणवत्ता की बताई जा रही है, जिससे भविष्य में लीकेज और अन्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
बाल श्रम और श्रमिकों का शोषण
इस निर्माण कार्य में बाल श्रम के भी मामले सामने आ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेकेदार ने कम लागत में काम करवाने के लिए किशोर बच्चों को मजदूरी पर लगा दिया है। स्कूल जाने की उम्र में ये बच्चे किताबों की जगह फावड़ा और कुदाल उठाने को मजबूर हैं। यह बाल श्रम कानूनों का खुला उल्लंघन है, लेकिन प्रशासन इस पर कोई कार्रवाई करता नहीं दिख रहा।
गुणवत्ता विहीन कार्यों की शिकायत के बावजूद भी कार्रवाई नहीं
स्थानीय निवासियों ने इस भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायत नगर निगम और संबंधित अधिकारियों से मौखिक रूप से की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का आरोप है कि ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत से नियमों की अनदेखी हो रही है। नगर निगम अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी होने के बावजूद वे आंखें मूंदे बैठे हैं।
पाइपलाइन बिछाने और सड़क मरम्मत कार्यों में बरती जा रही लापरवाही को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है। स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और सड़क की मरम्मत को सही तरीके से कराया जाए। साथ ही, बाल श्रम में लिप्त ठेकेदारों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
नल जल योजना को लोगों की सुविधा के लिए शुरू किया गया था, लेकिन भ्रष्टाचार और लापरवाही के कारण यह योजना आम जनता के लिए मुसीबत बनती जा रही है। प्रशासन को इस पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की गड़बड़ियों को रोका जा सके। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो स्थानीय लोगों के आक्रोश उत्पन्न हो सकता है।