Singrauli News: Lakhs of quintals of paddy in the district drenched in chaos
कुछ दिन अगर अच्छे से धूप ननिकली तो सड़ने लग सकती है धान
Singrauli News : शनिवार को बादलों ने प्रदेश भर में झमाझम बारिश से ठंड की आमद दे ही दी। यहीं नहीं ठंड कम होने से जहां लोग परेशान थे वहीं दूसरी ओर शनिवार की प्रदेश भर में हुई बारिश से जिले में खरीदीं केंदों व समितियों में पड़ी खुले में धान लगगभ भींग गई। इस लापरवाही के कारण िजले भर में धान भींग गई जिससे अब इनके सड़ने का क्रम प्रारंभ होगा जिससे लोगोंं का जीना दुश्वार होगा। यह स्थिति क्यों निर्मित हुई कि खरीदी केंद्र व समितियों की पड़ी धान न भीगे इसके लिए पहले से कोई इंतजाम क्यांे नहीं किया गया। जबकि मौसम विभाग पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था कि इस दिन बारिश की पूरी संभावना है। बता दें कि जिले में रुक-रुक कर जारी है बारिश, मुस्कुराने लगे अन्नदाता, ठण्ड बढ़ने की संभावना प्रबल, सूर्य देव के नहीं हुए दर्शन। राजस्थान प्रांत से उठे चक्रवाती तूफान का असर ऊर्जाधानी में भी दिखाई दे रहा है और शनिवार की दोपहर 1 बजे समूचे अंचल में रिमझिम बारिश का दौर शुरू और एक घंटे बाद बारिश ने जोर पकड़ लिया है। समूचे ऊर्जाधानी में रूक-रूक कर बारिश का दौर शुरू होने से सबसे ज्यादा नुकसान धान खरीदी केन्द्र पर हुआ है।
लगभग ढाई घंटे हुई लगातार बारिश
गौरतलब है कि जिले में मौसम ने अचानक करवट बदला है। दोपहर से ऊर्जाधानी में पहले रिमझिम बारिश शुरू हुई और देखते ही देखते बैढ़न इलाके समेत अन्य क्षेत्रों में बारिश ने जोर पकड़ लिया। आलम यह रहा कि करीब ढाई घंटे तक हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त होने लगा। हालांकि शाम करीब 4:30 बजे से कुछ देर तक के लिए बूंदाबांदी थम गई थी। लेकिन फिर से बूंदाबांदी शुरू हो गई। तेज बारिश के चलते सबसे ज्यादा नकसान धान खरीदी केन्द्रो पर हआ है। बताया जा रहा है कि प्रदेश सरकार एवं नागरिक आपूर्ति निगम की लापरवाही का खामियाजा समिति प्रबंधको को भुगतना पड़ेगा। हजारों क्विंटल धान बइन्तजामी से बारिश में भीग गई। वहीं इस बारिश से ठण्ड भी बढ़ने की संभावना प्रबल मानी जा रही है। उधर राजस्थान में उठे चक्रवाती तूफान से ऊर्जाधानी में रूक-रूक कर हो रही बारिश को देख अन्नदाताओं के चेहरे पर मस्कान दिखने लगे हैं।
किसानों को इस बारिश से होगा लाभ
अन्नदाता इन दिनों गेहूँ फसलो की सिचाई करने में जोर-शोर से लगे हुये थे। बारिश ने किसानो को जहां भारी राहत दी है वही दलहनी के साथ-साथ रबी फसल जौ फसलो के काफी फायदेमन्द साबित होगी। कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि यह बारिश सभी फसलो के लिए काफी कारगर रहेगी। बशर्ते मौसम खिल जाएगा तो ओर अच्छा रहेगा।
बादलों के छटते ही पड़ेगी कड़ाके की ठण्ड
ऊर्जाधानी में आज पूरे दिन सूर्य भगवान के दर्शन नही हुये। दोपहर से बूंदाबांदी शुरू हुई और शाम तक क्रम चलता रहा। बीच- बीच में तेज बारिश होने से अनुमान लगाया जा रहा है कि के जैसे ही बादल आसमान से छटेंगे इसके बाद ठण्ड जोर पकड़ लेगी। हालांक आज से ही कड़ाके की ठण्ड का एहसास होने लगा है। ग्रामीण अंचलो में आज फिर से तेज ठण्ड पड़ने लगी है। आगामी दिनों कड़ाके की ठण्ड पड़ेगी। ऐसा मौसम विभाग भी मान रहा है। मौसम विभाग के अनुसार कल भी बारिश की संभावना है। लेकिन आसमान खुला रह सकता है।
हजारों क्विटल धान हुई पानी-पानी
जानकारी के मुताबिक आज दिन शनिवार को दोपहर से शुरू हुई बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान धान खरीदी केन्द्रो पर हुआ है। जहां जिले के 48 खरीदी केन्द्रो पर उपार्जन किये गये हजारों क्विंटल धान बारिश में भीग गई। बताया जाता है कि यह सब नागरिक आपूर्ति निगम की लापरवाही का परिणाम है। जानकारी के लिए बता दें कि राज्य सरकार ने पहले धान खरीदी कर मिलरो को देने का निर्णय लिया था। लेकिन मिलरो के पास पर्याप्त भण्डारण के लिए स्थान न होने के कारण धान का उठाव करने से हाथ खड़े कर दिये। करीब एक सप्ताह से उपार्जन केन्द्रो से धान का परिवहन शुरू हुआ है। अब इसमें खरीदी केन्द्रो के समिति प्रबंधको पर अतिरिक्ति बोझ पड़ने की संभावना बढ़ गई है। जबकि खरीदी केन्द्रो में धान रखने के लिए जगह नहीं है और उपार्जन केन्द्रो के आसपास खेतो में भी धान के बोरे रखे गये हैं। एक क्विंटल के पीछे 15 रूपये मिलता है। इसमें सभी खर्च समाहित है। अब उन्हें घाटा उठाना पड़ेगा।