जितेन्द्र सिंह का दावा- रात में पेशाब करने उठा तब दिखा
Singrauli Nagmani News: नागमणि को लेकर भारतीय पौराणिक और लोक कथाओं में किस्से आम लोगों के बीच प्रचलित हैं। कहा जाता है कि नागमणि सिर्फ नागों के पास ही होता है। नागमणि का दर्शन ही होना बहुत दुर्लभ है।
जी हां आपने पुरानी कथा कहानियों में और टीवी सीरियल्स और फिल्मों में इच्छाधारी नाग नागिन के बारे में खूब सुना और देखा होगा जिसमें नाग मणि वाले सांप के पास मणि रहता है । लेकिन इस बीच सवाल यह उठता है कि क्या हकीकत में नागमणि होती है इसे लेकर अभी तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले हैं। लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर मणि वाले सांप की तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। जहां इस तस्वीर को लेकर मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में एक शख्स का दावा है कि वह इस नाग मणि वाले सांप की तस्वीर अपने मोबाइल से खींची है। इसके बारे में उसके पूरे परिवार के साथ साथ पूरा गांव भी जानता है।
बता दें कि देवसर के समीपस्थ ग्राम गोडग़वां निवासी जीतेन्द्र सिंह का दावा है कि रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि तकरीबन 12 बजे अपने घर के समीप नागमणि को अपने नजरों से देखा और मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। जहां क्षेत्र में कौतुहल का विषय बना हुआ है। दरअसल सिंगरौली जिले के कई गांवों में इन दिनों सोशल मीडिया पर नागमणि की चर्चा जोरों पर है। मणिवाले सांप की खबर और तस्वीर सोशल मीडिया पर यहां तेजी से वायरल हो रही है जिसके बाद लोगों में नागमणि को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही हैं और लोग इस खबर को सच मान रहे हैं।
गौरतलब हो कि नागमणि को भगवान शेषनाग धारण करते हैं। भारतीय पौराणिक और लोक कथाओं में नागमणि के किस्से आम लोगों के बीच प्रचलित हैं। नागमणि सिर्फ नागों के पास ही होती है। नाग इसे अपने पास इसलिए रखते हैं ताकि उसकी रोशनी के आस-पास इक्ट्ठे हो गए कीड़े-मकोड़ों को वह खाता रहे। हालांकि इसके अलावा भी नागों द्वारा मणि को रखने के और भी कारण हैं। किदवंती पौराणिक कथाओं के अनुसार नागमणि का दर्शन ही होना अति दुर्लभ है। जिसके हाथ में नागमणि लग जाये तो उसकी किस्मत खुल जाती है। दर्शन भी होना किसी चमत्कार से कम नहीं है।
1 मिनट बाद नागमणि सांप गायब
मामला देवसर ब्लाक मुख्यालय के समीपस्थ गोडग़वां गांव का है। जहां रविवार-सोमवार की मध्य रात्रि तकरीबन 12 बजे जीतेन्द्र सिंह पिता सुखलाल सिंह उम्र 34 वर्ष घर से बाहर पेशाब करने निकले। घर से कुछ दूर बैर पेंड़ के पास रोशनी देखकर अचंभें में पड़ गये। संयोगवश हाथ में मोबाइल की टार्च जलाकर बाहर निकले थे। इस रोशनी को देख अचरज में पड़ गये और तत्काल शक हुआ कुछ दूरी पर जाकर नागमणि को अपने मोबाइल में कैद कर लिये। हालांकि यह सब घटनाक्रम एक मिनट के अंदर ही घटित हुआ। इसके बाद उनके नजरों से ही मणि के साथ-साथ नाग भी गायब हो गया।
घर वालों को भी जगाया
जीतेन्द्र सिंह बताते हैं कि बैर पेंड़ के पास कई वर्षों से सर्प रहता है। इसकी जानकारी सभी को है। करीब पांच-छ: वर्ष पूर्व इसी तरह की घटना हुई थी। जैसे ही बैर पेंड़ के समीप अकल्पनीय, अविश्वसनीय रोशनी को देखा तो विश्वास हो गया कि यह नागमणि है। आहट पाते ही नाग देवता मणि को अपने फन पर रख कर डकार लिया। यह सब कुछ चंद सेकेण्डों में हुआ। तब तक नागमणि को अपने मोबाइल में कैद कर रखा था। नाग के गायब होने के बाद गहरी निद्रा में सो रहे अन्य परिवारजनों को भी जगाया और घटना स्थल पर जाकर देखा किन्तु नाग देवता दूर-दूर तक नजर नहीं आये।
क्षेत्र में बना चर्चा का विषय
सोशल मीडिया में नागमणि का फोटो वायरल होते ही चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। जीतेन्द्र के दावे में कितना दम है इस पर कुछ भी कह पाना मुश्किल है। लेकिन मोबाइल में नागमणि कैद होने पर क्षेत्र में खूब चर्चाएं हो रही हैं। वहीं बैर पेंड़ के पास आज पूरे दिन लोग बाग देखने भी जा रहे थे। जहां सर्प को भी लोगबाग तलाशने नजर आये, किन्तु उसका कोई सुराग नहीं चला है। हां इतना जरूर बतातें कि यहां पर कई वर्षों से नाग अपना ठिकाना बनाये हुए है।