Sonbhadra News: Gallant Steel got the tender for two iron ore mines in Sonbhadra
Sonbhadra News: सोनभद्र में लौह अयस्क की दो खदानों के टेंडर की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। जिससे सोनभद्र को बड़ी सौगात मिल गयी। यहां चोपन ब्लाक के भरहरी और कोन ब्लाक के चकरिया इलाके में लोहे की खदान का संचालन किया जाएगा। सरकार का दावा है कि दोनों खदानों के संचालन से राज्य सरकार को प्रतिवर्ष छह हजार करोड़ का सालाना राजस्व प्राप्त होगा।
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की निदेशक माला श्रीवास्तव ने बताया कि सोनभद्र की लौह अयस्क की दो खदानों के निलामी की कार्यवाही नियमानुसार पूर्ण कर ली गई है। इससे खनिज राजस्व मे बढ़ोत्तरी के साथ, खनन आधारित रोजगार में भी खासा इजाफा होगा।इन खदानों से राज्य सरकार को सालाना 6000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा।
दोनों खदानें गैलेंट इस्पात, गोरखपुर को आवंटित की गई हैं। पहली खदान बी-भरहरी (चोपन ब्लॉक) 93.91 प्रतिशत प्रीमियम पर और दूसरी खदान ब्लॉक-सी सोमा-चकरिया (कोन ब्लॉक) 125.51 प्रतिशत प्रीमियम पर दी गई है।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने 21 मार्च 2025 को इन खदानों के लिए माइनिंग लीज की निविदा आमंत्रण सूचना जारी की थी। इन खदानों से स्थानीय लोगों को खनन आधारित रोजगार भी मिलेगा। गैलेंट इस्पात जल्द ही सोनभद्र में अपना कार्य शुरू करेगी।
यह पहली बार है जब सोनभद्र में लौह अयस्क की खदानें मिली हैं। इन खदानों से न केवल राज्य के राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।