Rewa News: Miracle happened once again in Vindhya Hospital of Rewa
Rewa News: रीवा। विंध्य क्षेत्र मे पहली आरआईआरएस पद्धति से डॉ विशाल मिश्रा ने जटिल ऑपरेशन कर किया सफल इलाज। डॉ विशाल मिश्रा ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि पेशेंट राम विश्वास साहू को बचपन से ही पोलियो और काइफोस्कोलियोसिस की बीमारी थी जिसमें रीढ़ की हड्डी बिल्कुल धनुष की तरह एक तरफ मुड़ी थी और उसकी किडनी भी स्पाइन के साथ ही दूसरी तरफ मुड़ गई थी। किडनी में राइट साइड स्टोन बन गया था। किडनी की पोजीशन ऐसी होने की वजह से उसके चारों तरफ इंटेस्टाइन लीवर और बाकी ऑर्गन्स भी थे जिससे कि जो नॉर्मली पी सी एन एल सर्जरी की जाती है लेकिन इसमें पीठ में पीछे छेद करके किडनी में रास्ता बनाकर पथरी निकालते हैं तो इसमें किडनी के आसपास जो भी अंग हैं उनको चोट पहुंचाने का रिस्क होता है। लेकिन इन हाई रिस्क केसेस में स्टोन निकालने के लिए जो बेहतर तरीका होता है , उसे आरआईआरएस कहते हैं। इसमें पेशाब के रास्ते ही दूरबीन डाल के और फ्लैक्सिबल दूरबीन से किडनी के अंदर जाकर स्टोन को लेजर से पाउडर कर दिया जाता है। यह प्रोसीजर रीवा में पहली बार कायफोस्कॉलोसिस के केस में विंध्य हॉस्पिटल में किया गया । मरीज को बेहोशी देना भी काफी ज्यादा रिस्क था क्योंकि पोलियो और कैफ़ोस्कोलियोसिस बीमारी में फेफड़े की बीमारी भी हो जाती है इसमें बेहोशी देना भी एक चुनौती होती है उसके बावजूद भी डॉ विशाल मिश्रा एवं उनकी पूरी टीम के द्वारा सफल उपचार किया गया। पेशेंट पूरी तरह से स्वस्थ है और उसका दो दिनों में छुट्टी हो गई और वह पूरी तरह से ठीक होकर घर जा रहा है ।
मरीज राम विश्वास साहू ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं पूर्ण रूप से विकलांग हूं हमें करीब दो-तीन सालों से पेट में पथरी के कारण दर्द बना रहता था और हमने कई बड़े महानगरों के कई बार चक्कर लगा चुके थे लेकिन इसके बाद भी हमें किसी भी प्रकार का आराम नहीं हुआ और रिस्क ज्यादा होने की वजह से कोई हमारा आपरेशन नहीं कर रहा था इसके बाद हमारे रिश्तेदार ने रीवा के विंध्य अस्पताल के डॉ विशाल मिश्रा के बारे में जानकारी दी। और हमने तुरंत डॉक्टर विशाल मिश्रा को दिखाया। दिखाने के बाद डॉक्टर मिश्रा ने हमारा ऑपरेशन आरआईआरएस पद्धति से किया गया अब हम पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं।