Jammu AIIMS News: Jammu AIIMS is being prepared at a cost of Rs 1661 crore.
Jammu AIIMS News: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जम्मू का आज (मंगलवार) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जम्मू दौरे के दौरान उद्घाटन किया। एम्स सांबा जिले के विजयपुर में स्थित है जो 226.84 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 1661 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। दरअसल जम्मू-कश्मीर में 2 एम्स बन रहे हैं जिनमें से जम्मू एम्स का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री मोदी ने किया। यह एम्स प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में एक नई क्रांति को लायेगा और जम्मू-कश्मीर सहित पंजाब व हिमाचल के लोगोें को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। इस मौके पर एक पीएम मोदी ने विशाल जनसभा को संबोधित किया। जम्मू-कश्मीर में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार पर जोर देते हुए, पीएम मोदी ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2014 में 4 से बढ़कर आज 12 हो गई है, 2014 में 500 की तुलना में 1300 से अधिक एमबीबीएस सीटें हैं। 650 पीजी मेडिकल सीटें, जबकि 2014 में कोई नहीं थी। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में देश में 15 नए एम्स स्वीकृत किए गए हैं।
1661 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया जा रहा है एम्स
ज्ञात हो कि 1661 करोड़ से साम्बा जिले के विजयपुर में बने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का लोकार्पण होने से, यह एम्स प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में एक नई क्रांति को लायेगा और जम्मू-कश्मीर सहित पंजाब व हिमाचल के लोगोें को भी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा। एम्स सांबा जिले के विजयपुर में स्थित है जो 226.84 एकड़ में फैला हुआ है। इसे 1661 करोड़ रूपये की लागत से तैयार किया जा रहा है। एम्स में 30 जनरल और 20 सुपर स्पेशियलिटी विभाग होंगे।
1 मार्च से आरंभ होंगी 30 से अधिक जनरल और सुपर स्पेशियलिटी विभागों में ओपीडी सेवाएं
पहले चरण में लगभग तीस से अधिक जनरल और सुपर स्पेशियलिटी विभागों में ओपीडी सेवाएं शुरू की जा रही है जो एक मार्च से शुरू होंगी। पहले चरण में एम्स में आपात सेवाएं शुरू नहीं की जाएंगी। सभी जरूरी उपकरण और पर्याप्त संकाय व अन्य स्टाफ की तैनाती के बाद अगले छह माह में एम्स पूरी तरह से काम करने लगेगा। एम्स की करीब 500 नर्सों को दिल्ली एम्स में विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया गया है। 187 सृजित पदों में से 85 संकाय सदस्यों की नियुक्ति कर ली गई है और बाकी की भर्ती जारी है।
पहले चरण में 750 बेड होंगे स्थापित
बता दें कि एम्स रेफरल अस्पताल के रूप में काम करेगा जिसमें गंभीर मरीजों को प्राथमिकता दी जाएगी। पहले चरण में 750 बिस्तर स्थापित किए जाएंगे। बाद में इसे बढ़ाकर 900 से अधिक बिस्तर करने का प्रावधान रखा गया है।
एम्स प्रशासन प्वाइजिंग सूचना व प्रबंधन प्रणाली करेगा स्थापित
गौरतलब है कि प्रदेश में जहरीले पदार्थों के निगलने के बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स प्रशासन प्वाइजिंग (जहर) सूचना व प्रबंधन प्रणाली स्थापित करेगा। इसमें सर्पदंश और दूसरे जहर के मामलों के लिए जिला स्तर पर टेलिमेडिसिन के माध्यम से एम्स विशेषज्ञों द्वारा तत्काल उचित चिकित्सा सलाह मुहैया करवाई जाएगी।
42 भवनों को जीआरसी क्लेडिंग प्रणाली से किया जा रहा है लैस
बता दें कि एम्स के सभी 42 भवनों को जीआरसी क्लेडिंग प्रणाली से लैस किया जा रहा है। इसमें 90 प्रतिशत तक भवनों की दीवारों पर आठ इंच के अंतर में लोहे के फ्रेम के साथ विशेष तरह की ग्लास इंफोर्स कंकरीट टाइल स्थापित की गई हैं। इस टाइल की खासियत है कि बाहर के 45 से 50 डिग्री सेल्सियस के तापमान के साथ कड़ाके की ठंड में न्यूनतम तापमान में भी भवनों के भीतरी क्षेत्र में तापमान को सामान्य रखने में मदद मिलेगी जिससे एम्स के भीतर चिकित्सा स्टाफ, मरीजों और तीमारदारों को राहत होगी।
पड़ोसी राज्यों को भी मिलेगा लाभ
दरअसल एम्स के शुरू होने से जेएमसी जम्मू मेें जाने वाले मरीजों की संख्या कम होगी और जीएमसी जम्मू पर मरीजें का दबाव कम होगा। पड़ोसी राज्यों हिमाचल प्रदेश और पंजाब के मरीजों को इसके शुरू होने से लाभ होगा। एम्स में आईसीयू के 191 बिस्तर रखे गए हैं ताकि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को राहत मिल सके। इससे पहले गंभीर रूप से बीमार मरीजों को जीएमसी जम्मू में ही भर्ती किया जाता था या फिर दिल्ली जाना पड़ता था