Construction work of pond being done by JCB and tractor
चितरंगी जनपद क्षेत्र के करौंदिया पंचायत का है मामला
चितरंगी जनपद पंचायत क्षेत्र के दूरस्थ अंचल करौंदिया पंचायत में मनरेगा के तहत स्वीकृत तालाब निर्माण कार्य में जेसीबी मशीन एवं टै्रक्टर का उपयोग किये जाने का आरोप ग्रामीणों के द्वारा लगाया जा रहा है। गौरतलब हो कि करौंदिया ग्राम पंचायत में तकरीबन 14 लाख रूपये की अधिक लागत से पिछले वर्ष 30 नवम्बर 2022 को जनपद पंचायत के द्वारा प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गयी थी। जहां इन दिनों ग्राम पंचायत करौंदिया के मैरिहवा नाला में तालाब का निर्माण कार्य जोर-शोर से चल रहा है। आरोप है कि उक्त कार्य में क्रियान्वयन एजेंसी ग्राम पंचायत के द्वारा जेसीबी मशीन एवं टै्रक्टरों को लगाया गया है। तालाब निर्माण कार्य में मजदूरों की संख्या नगण्य है। कई मजदूरों ने खुद बताया है कि यहां कार्य नहीं मिलता। यहां सिर्फ निर्माण कार्यों में मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। पंचायत के द्वारा खुलेआम मशीन लगाकर कार्य कराते हुए मजदूरों के हक पर डाका डाला जा रहा है। ग्रामीणों ने इस ओर कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।
मिट्टी का कार्य 15 जून से बंद,आठ महीने बाद शुरू हुआ कार्य
तालाब निर्माण कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति पिछले वर्ष 30 नवम्बर को मिली थी। 8 महीने तक सरपंच एवं रोजगार सहायक कुंभकर्णीय निद्रा में सो रहे थे। इस तरह के आरोप कई ग्रामीणों का है। जब बारिश शुरू हुई तब पंचायत क्रियान्वयन एजेंसी की नींद खुली। 8 महीने तक पंचायत कार्य क्यों नहीं कराया। इसको लेकर ग्रामीणजन एवं कई मजदूर सवाल उठा रहे हैं। यहां यह भी बताते चलें कि 15 जून से मिट्टी संबंधी निर्माण कार्य करने पर रोक है। इसके बावजूद ग्राम पंचायत करौंदिया में जुलाई महीने के प्रथम सप्ताह से ही तालाब का निर्माण कार्य जोर-शोर से जेसीबी मशीन एवं टै्रक्टरों से कराया जा रहा है। वहीं ग्रामीणों का यह भी कहना है कि तालाब निर्माण कार्य करने वाले वाहनों पर भी कार्रवाई की जाय।