Complaint in CM helpline ineffective, within a few months the drain started breaking
सिंगरौली। ग्राम पंचायतों में भ्रष्ट्राचार का बोलबाला हो गया है। जिम्मेदार अधिकारी पंचायतों में हो रहे भ्रष्ट्राचार एवं अनियमितता पर शिकंजा कसने में पूरी तरह से नाकाम साबित हो रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण महरैल पंचायत में चेक डेम के ध्वस्त होने के बाद नाली निर्माण का सामने आया है। जहां पंचायत में नाली निर्माण कार्य का है। नाली के निर्माण के कुछ दिनों बाद ही टूटने लगी। दरअसल ग्राम पंचायत महरैल में करीब 10 लाख रूपये की लागत से लोहराडोल गांव अंतर्गत कन्हई-कुण्डा नाला पर चेक डेम का निर्माण कार्य पंचायत के द्वारा कराया गया था, किन्तु पहली बारिश में ही चेक डेम ध्वस्त हो गया। अब उक्त चेक डेम का मामला सामने आने के बाद एक और नाली निर्माण में की गयी अनियमितता की शिकायत सामने आ गयी है। ग्राम पंचायत महरैल के पंच अशोक यादव ने बताया कि ग्राम पंचायत अंतर्गत वर्ष 2021-22 में 15 वां वित्त एवं मनरेगा से रामसुमेर यादव के घर से दीपचन्द्र गुप्ता के घर तक तकरीबन पौने 3 लाख रूपये की लागत से नाली का निर्माण कार्य पंचायत के द्वारा कराया गया था। नाली निर्माण के दौरान गुणवत्ताविहीन कार्य कराये जाने को लेकर सबसे पहले जनपद पंचायत देवसर के पीसीओ के यहां शिकायत की गयी। कार्रवाई न होने पर 9 जून को सीएम हेल्पलाईन में शिकायत की गयी। किन्तु बिना संतुष्टि के कलेक्ट्रेट कार्यालय से उक्त शिकायत को बंद करा दिया गया। पंच अशोक यादव ने आगे बताया कि इस संबंध में जिला पंचायत सीईओ से बात हुई तो उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ से मोबाइल में कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बात कराया और जिला पंचायत सीईओ ने उक्त शिकायत का निराकरण करने का आश्वासन भी दिया। किन्तु शिकायत के दो महीने बाद भी कोई अधिकारी स्थल का निरीक्षण करने भी नहीं आया। तब फिर से 14 जुलाई को सीएम हेल्पलाईन में दोबारा शिकायत दर्ज करायी गयी। जुलाई महीना भी पूरा हो गया और जांच कराने का कोई जहमत नहीं उठायी गयी। जबकि नाली बंद करने के लिए बनाये गये छत भी टूट रहे हैं। सरिया का इस्तेमाल खानापूर्ति के लिए किया गया है और 5 मीटर कम नाली बनायी गयी है। 100 मीटर नाली बनाया जाना था। पंच ने सीधे आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता की अनदेखी की गयी है और उपयंत्री,सहायक यंत्री सबका संरक्षण मिला हुआ है। जिसके चलते पंचायत के द्वारा गुणवत्ताविहीन नाली का निर्माण कार्य कराया गया है।
उपयंत्री ने शिकायतकर्ता से कहा मैंने कोई प्रतिवेदन नहीं दिया
4 अगस्त को सीएम हेल्पलाईन में अशोक यादव के शिकायत को विलोपन किये जाने की अनुशंसा की गयी है। प्रतिवेदन में उल्लेख है कि उपयंत्री से जांच करायी गयी। जहां उपयंत्री के प्रतिवेदन के अनुसार ग्राम पंचायत महरैल में रामसुमेर के घर से दीपचन्द्र के घर तक नाली निर्माण का कार्य तकनीकी मापदण्ड के आधार पर कराया गया है और कार्य गुणवत्तायुक्त पूर्ण है। शिकायतकर्ता आपसी रंजिशवश शिकायत करता है। अशोक यादव ने बताया कि इस संबंध में जब उपयंत्री सतीश पटेल से बात की गयी तो उन्होंने शिकायत निराकरण संबंधित बातों को खारिज किया और मेरे संज्ञान में यह मामला नहीं है आईडी, पासवर्ड मेरे पास नहीं रहता है मैने कोई प्रतिवेदन नहीं दिया है अब सवाल उठता है कि क्या सीएम हेल्पलाईन के प्रकरणों के निराकरण में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है।
सीएम हेल्पलाईन की शिकायतों को बंद कराने में अधिकारी जमाते हैं धौंस
सीएम हेल्पलाईन में बेहतर ग्रेडिंग के चक्कर में शिकायतों को अधिकारी बंद कराने में सारे हथकंडे अपना देते हैं। करीब दो महीने पहले चितरंगी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत घोघरा के सरपंच के द्वारा शिकायत की गयी थी। उक्त शिकायत को क्लोज कराने के लिए अधिकारियों ने सरपंच पर किस तरह से दबाव बनाया वह जगजाहिर है। वहीं अशोक यादव की शिकायत को कलेक्ट्रेट से बिना संतुष्टि के ही बंद करा दिया गया और बजह मांग बताया गया था। जबकि शिकायतकर्ता का कहना है कि पंचायत से मेरा कोई रंजिश नहीं है। काम बेहतर होना चाहिए यही मेरा मकसद है। पंचायत विभाग के अधिकारी अपने विभाग की वाहवाही लेने के लिए गड़बड़झाला करते हुए पद का दुरूपयोग कर रहे हैं।