Rajasthan New CM: Bhajanlal Sharma will be the new Chief Minister of Rajasthan, BJP surprised again
Rajasthan New CM: जयपुर: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ की तरह बीजेपी ने राजस्थान के नए मुख्यमंत्री को लेकर भी चौंकाया है. बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को नए सीएम के लिए चुना है. मंगलवार की मीटिंग में उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया. पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भजनलाल शर्मा के नाम का प्रस्ताव रखा. भजनलाल शर्मा सांगानेर से विधायक हैं। पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया।
भजन लाल शर्मा सांगानेर से विधायक हैं. मूल रूप से भरतपुर के रहने वाले भजनलाल शर्मा संगठन में लंबे समय से कार्यरत हैं. शर्मा, प्रदेश महामंत्री के तौर पर कार्य करते रहे हैं. बीजेपी ने उन्हें पहली बार जयपुर की सांगानेर जैसी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाया. मौजूदा विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर भजनलाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया था. सांगानेर सीट भाजपा का गढ़ कही जाती है. भजन लाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48081 वोटों से शिकस्त दी थी।
विधायक दल की बैठक में हुआ फैसला
बीजेपी विधायक दल की बैठक मंगलवार शाम चार बजे शुरू हुई. बैठक में राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का चुनाव किया गया. बैठक में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और दो सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडे मौजूद रहे. इससे पहले केंन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, प्रहलाद जोशी और दो सह-पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और सरोज पांडे के साथ एक विशेष विमान से जयपुर पहुंचे थे. हवाई अड्डे पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने उनका स्वागत किया।
राजनाथ सहित सभी नेता हवाई अड्डे से सीधे नजदीक के एक होटल में गए. उसके बाद राजनाथ सिंह, वसुंधरा राजे और सीपी जोशी एक वाहन में सवार होकर भाजपा मुख्यालय पहुंचे. बता दें कि राज्य में 200 में से 199 सीट के लिए हुए चुनाव के परिणाम 3 दिसंबर को घोषित किए जा चुके हैं. 115 सीट पर जीत हासिल कर भाजपा बहुमत हासिल करने में कामयाब रही है. करणपुर सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था।
टिकट काटकर भजनलाल शर्मा को बनाया था उम्मीदवार
बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में वर्तमान विधायक अशोक लौहाटी का टिकट काट कर भजनलाल शर्मा को दिया. भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस के पुष्पेंद्र भारद्वाज को 48081 वोटों से शिकस्त दी थी. इस नाम के चयन से पहले बीजेपी में लंबा मंथन चला. दरअसल, पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती वसुंधरा राजे को मनाना था. इसके लिए राजनाथ सिंह को पर्यवेक्षक बनाया गया. उनके साथ विनोद तावड़े और सरोज पांडेय को सह-पर्यवेक्षक बनाया गया. तीनों ही नेता आज (12 दिसंबर) जयपुर पहुंचे. पहुंचते ही राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे के साथ होटल ललित में बैठक की. ये बैठक आधे घंटे के करीब चली. बैठक के बाद वसुंधरा राजे और राजनाथ सिंह पार्टी ऑफिस के लिए निकले. इस दौरान वसुंधरा मुस्कुरा रहीं थीं. पार्टी ऑफिस में विधायक दल की बैठक से पहले फोटो सेशन हुआ. यहां वसुंधरा राजे आगे की कतार में राजनाथ सिंह और प्रह्लाद जोशी के बगल में बैठीं थीं. इसके बाद विधायक दल की बैठक शुरू हुई।
वसुंधरा का शक्ति प्रदर्शन
राजस्थान में विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री पद के लिए जोर आजमाइश शुरू कर दी. उन्होंने अपने खेमे के विधायकों के साथ 4 और 5 दिसंबर को बैठक की. इसे शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा गया था. इसके बाद सात दिसंबर को वसुंधरा राजे ने बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. इस दौरान उनके हाथ में फाइलें थी. सूत्रों ने बताया कि वसुंधरा ने अपने ऊपर लग रहे आरोपों को खारिज किया. सूत्रों ने बताया कि वसुंधरा ने साथ ही सभी सीटों पर हार जीत का लेखा-जोखा दिया. मुख्यमंत्री पद पर फैसला उन्होंने हाईकमान के लिए छोड़ दिया. वसुंधरा ने गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की. इसके बाद दो बार की मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे जयपुर वापस लौट गईं. यहां उन्होंने रविवार को भी कई विधायकों के साथ बैठकें की. इन सब के बीच बीजेपी ने रिजल्ट के 9 दिनों बाद सीएम के नाम की घोषणा कर दी है. रेस में वसुंधरा राजे के साथ अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव के नाम भी आए।