Singrauli News: Rihand Dam is getting polluted due to garbage thrown in the open
नगर निगम के अफसर लापरवाह, कचरे का अंबार लगा, शहर से बाहर नहीं किया जा रहा डंप
Singrauli News : खुले में कचरे को फेकना पूरी तरह से राेक है लेकिन शहर के बीचाें बीच गनियारी कचरा प्लांट के पास कचरे में कई वर्षो से फेके गये कचरे का पहाड़ बना हुआ है। इससे फैलने वाले प्रदूषण से आसपास रहने वालाें काे समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कचरे के सड़ने से बदबू आ रही है। इससे पूरा वातावरण प्रदूषित हो रहा है ।जिससे लोगों को गंभीर बीमारियों से ग्रसित होने का खतरा लगातार बना ही रहता है।
आप को बता दे कि गनियारी के साथ साथ आस पास की बस्तियों में रहने वाले लोगो का सुबह से शाम तक यही से आना जाना लगा रहता है। मेन रोड के पास ही खाली जगह पर खुले में कचरा फेंका गया है। इससे यहां पर कचरे का अंबार लगा है। हर समय आवारा मवेशी मंडराते है। दुर्गंध आती है। बारिश होने से कचरे का मिला हुआ पानी रिहन्द डैम और पर्यावरण को प्रदूषित रहा है। बदबू से लोगों को परेशान हो रहे हैं। इसको लेकर नगर पालिक निगम के अफसर भी लापरवाह बने हुए है।
कचड़ा डंप स्थल कभी था मुरूम स्थल
आपको जानकारी दे दें कि जहां इस समय सीटाडेल द्वारा कचरे का निस्तारण किया जा गया है वहां कभी मुरूम से बना एक टीला हुआ करता था लेकिन वहां के स्थानीय लोग व अवैध उत्खनन करने वाले लोगों द्वारा मुरूम उत्खनन करते करते विशाल गड्ढा सा बन गया था। लेकिन अब यह गड्ढे को सीटाडेल द्वारा कचरे से पाट दिया गया है यहीं नहीं कचरा संग्रहण इतना कर दिया गया कि वहां अब कचरे का टीला ही हर जगह देखने को मिल रहा है। जिससे वहां से गुजरने वाले लोगों व आसपास के लोगों को प्रदूषित हवा व प्रदूषण से दो चार होना पढ़ रहा है जिससे लोग लगातार बीमार हो रहे हैं।
कई बीमारिया होने का है खतरा
चर्मरोग, सांस, दमा व टीबी की बीमारी का खतरा बढ़ा खुले में कचरा फेंकने व उसमें मिला हुआ पानी रिहन्द डैम में मिलने से पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ ही मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी असर पड़ेगा। इससे निकलने वाली गैसेें मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक व जानलेवा है। लोग चर्मरोग, सांस की बीमारी, टीवी, दमा, एनिमिया, कैंसर, जेनेटिक डिजीज सहित अन्य घातक बीमारियों से ग्रसित हो सकते है। अंदेशा बना हुआ है।
कचरा ढेर के पास बन रहा मॉडल कालेज
हम बात कर रहे रहे मॉडल कालेज की यहां की मांग कोे लेकर प्रदेश सरकार द्वारा मॉडज कॉलेज का निर्माण कराया जाना सुनिश्चित हुआ है और अब यह मॉडल कॉलेज जिस जगह सीटाडेल द्वारा कचरे का निस्तारण किया गया है वहीं कुछ दूर पर ही मॉडल कालेज का निर्माण किया जा रहा है। ऐसे में अगर मॉडल कॉलेज बनने के बाद कॉलेज प्रारंभ होता है तो लोगों और छात्रों को केवल बीमार करने वाला यह कॉलेज साबित होने वाला है। हलांकि कचरा निस्तारण के लिए नगर नगम को चाहिए कि यहां से कहीं और इसका निस्तारण किया जाये जिससे यहां के लोगों को प्रदूषण व गंदगी से राहत मिल सके।