Singrauli News: Bagdara area of ??Chitrangi assembly is a victim of mismanagement and harassment: Gyanendra Dwivedi
Singrauli News: सिंगरौली जिला के अनेक क्षेत्रों में जनजातीय वर्ग के साथ प्रशासनिक अत्याचार लगातार हो रहे हैं और जिला प्रशासन से जनप्रतिनिधियों तक कहीं सुनवाई नहीं हो रही है । भरी बरसात में वन विभाग द्वारा कही हरिजन आदिवासियों के घर गिराए गए हैं , कहीं पीने के पानी की समस्या है , तो कहीं राशन के लिए भटकते मिल रहे हैं प्रदेश भर में जनसुनवाई अधिकारियों के रौव और कमजोर ,दलित, आदिवासी ,गरीब वर्ग को अपमानित करने का नगारखाना बनाकर रह गया है।
जिला कांग्रेस कमेटी सिंगरौली ग्रामीण अध्यक्ष ज्ञानेंद्र द्विवेदी ने अपना एक प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए कहा है कि सिंगरौली जिला में भ्रष्टाचार अधिकारियों, कर्मचारियों के लिए व्यापार बन गया है सरकार तथा प्रशासन का भय समाप्त हो गया है। आज सिंगरौली जिले की हालत यह है कि प्रतिदिन कोयला परिवहन वाहनों से आम आदमी की हो रही अकाल मृत्यु पुलिस विभाग के कमाई का जरिया बना है, सिंगरौली जिले की बेसकीमती लकड़ी और खनिज वन अमले का व्यापार है, बिजली लाइनों का कागजी रख रखाव और बिजली चोरी विभाग के कमाई का धंधा है, नगरीय विकास के नाम पर नगर निगम का व्यवसाय चल रहा है, जिले से महिलाओं की बेखौफ तस्करी आवारा अपराधियों का चारागाह बना है, किसानों की जमीन भू माफिया के लिए कमाई का जरिया बनी है, जिले का भूमि स्वामी ,किसान राजस्व विभाग के न्याय का खरीदार हो गया है और जिला प्रशासन भ्रष्टाचार का ब्रांड एंबेसडर की भूमिका निभा रहा है। जिले के दलित आदिवासी सरकारी योजनाओं पर टकटकी लगाए हैं आश्वासन खा रहे हैं और आंसू पीकर जिंदा रहने को मजबूर है और निष्ठुर प्रशासनिक दुर्व्यवस्था के शिकार है।
सिंगरौली जिले के विधानसभा क्षेत्र चितरंगी का गरीब ,दलित, आदिवासी बाहुल्य दूरस्थ वनांचल क्षेत्र बगदरा जो प्रशासनिक उत्पीड़न का शिकार और विकास से कोसों दूर है जिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञानेंद्र द्विवेदी ने उसके दुर्दशा पर चर्चा करते हुए कहा कि बीते दिनों बगदरा क्षेत्र के ग्राम कोल्डिहा में बगदरा अभ्यारण के बनकर्मियों द्वारागरीब ,हरिजन ,आदिवासियों के पुश्तैनी घर तोड़ दिए गए और उनके साथ बेरहमी से मार पीट की गई तथा ग्रा प बहेरी के ग्राम दीपवा के बैगा वर्ग जो 50 वर्ष से पुश्तैनी निवास कर रहे हैं उन्हें उपसंचालक बगदरा अभ्यारण द्वारा घर और जमीन दो दिन में खाली करने का नोटिस दिया गया है। यह घटनाएं सरकार के पीएम जनमन योजना और धरती आवा जानजातीय उत्कर्ष योजना की पोल खोल रही है जहां बैगा, भारिया ,और सहरिया अति पिछड़ी जातियों को हितग्राही मूलक तथा उनकी बस्तियों में अधो संरचना विकास योजनाओं का शीघ्र क्रियान्वयन करना है वहां वन व्यवस्था का पट्टा देने के बजाय निष्कासन का नोटिस दिया जा रहा है । आश्चर्य तो यह है कि जो घटनाएं सोशल मीडिया और अखबारों की सुर्खियों में बनी है इस क्षेत्र की विधायक और राज्य सरकार में पंचायत ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह जी की जानकारी में नहीं है और ऐसा प्रतीत होता है कि उनकी कोई संवेदना भी नहीं है।
जिला कांग्रेस ने विगत दिनों एक प्रतिनिधिमंडल जिला पंचायत सदस्य, आदिवासी नेता अशोक सिंह पैगाम के नेतृत्व में तथा जिला आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष रामगोपाल वैश्य एवं राजकुमार सिंह के साथ संबंधित ग्रामों के भ्रमण पर भेज कर वास्तविकता की जानकारी लिया है जिसमें श्री पैगाम ने बताया कि आज वैश्विक युग में भी इस क्षेत्र के आदिवासी नाला पार करने के लिए स्वनिर्मित लकड़ी के पुल का उपयोग कर रहे हैं वहीं वन अमले ने हरिजन ,आदिवासियों का बरसात में घर गिरने का और उनके साथ मारपीट करने का अमानवीय कृत कर घोर असंबदन शीलता का परिचय दिया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने जिला प्रशासन से उक्त घटना और क्षेत्र की समस्याओं को अपने संज्ञान में लेकर संबंधित हरिजन,आदिवासी, बैगा परिवारों को शीघ्र वनाधिकार का पट्टा देने , अधोसंरचना विकास कार्य कराने के साथ ही उनके लिए खाद्यान्न, पीने का पानी , कुपोषित बच्चों को स्वास्थबर्धक दवा और बिजली की व्यवस्था कराने एवं दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने की अपेक्षा है।