National News: Para archer and Arjuna Award winner Sheetal Devi is Election Commission's National Icon for Persons with Disabilities.
National News : देश में मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए निर्वाचन आयोग कई तरह के कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। ऐसे में निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग तीरंदाज और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित शीतल देवी को राष्ट्रीय दिव्यांग आइकन घोषित किया है।
खिलाड़ियों के बीच मैच का आयोजन
भारतीय बधिर क्रिकेट संघ की टीम और दिल्ली तथा जिला क्रिकेट संघ की टीम के बीच आयोजित प्रदर्शनी क्रिकेट मैच का आयोजन किया। निर्वाचन आयोग ने BCCI के सौजन्य से ये मैच आयोजित किया था। इसका उद्देश्य मतदाताओं में शिक्षा और समावेश को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार और अन्य दो आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू उपस्थित थे। इसी अवसर पर निर्वाचन आयोग ने दिव्यांग खिलाड़ियों और वरिष्ठ मतदाताओं के लिए मतदाता दिशा निर्देश पुस्तिका का भी विमोचन किया। इस पुस्तिका में ऐसे मतदाताओं के लिए विभिन्न प्रकार की सुविधाओं का उल्लेख है।
पुस्तक में आवश्यक प्रावधानों की रूपरेखा
आयोजन के दौरान निर्वाचन आयोग ने दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिक मतदाताओं के लिए एक समर्पित मतदाता मार्गदर्शिका लॉन्च की। पुस्तिका में दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध आवश्यक प्रावधानों की रूपरेखा दी गई है, जिसमें मतदान केंद्रों पर बुनियादी ढांचागत, सूचनात्मक और प्रक्रियात्मक विवरण शामिल हैं, साथ ही डाक मतपत्रों के लिए प्रयोज्यता और प्रक्रिया भी शामिल है, जिससे एक सहज और सुखद मतदान अनुभव की सुविधा मिलती है।
ये उपाय दिव्यांगजनों के प्रति निर्वाचन आयोग द्वारा की गई प्रमुख पहलों का अनुसरण करते हैं। इनमें अन्य बातों के साथ-साथ, बेंचमार्क दिव्यांगजनों के लिए वैकल्पिक घरेलू मतदान सुविधा, दिव्यांग व्यक्तियों की मतदान केंद्र-वार मैपिंग, मतदान के दिन निशुल्क परिवहन का प्रावधान, सभी मतदान केंद्रों पर दिव्यांगता-विशिष्ट सुविधाएं, मतदान केंद्रों पर सूची की जांच, और राज्य तथा जिला पीडब्ल्यूडी आइकन, जागरूकता अभियान, सक्षम ईसीआई ऐप, ब्रेल सक्षम ईपीआईसी और ईवीएम की व्यवस्था शामिल हैं।
युवाओं और दिव्यांगों की बढ़ेगी भागीदारी
भारत निर्वाचन आयोग को विश्वास है कि इस तरह की पहल से आगामी आम चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि होगी, विशेषकर युवाओं और दिव्यांगों की भागीदारी बढ़ेगी। निर्वाचन आयोग ने दिशानिर्देशों और समावेशी उपायों की रूपरेखा सावधानीपूर्वक डिजाइन की है और आयोग लोकतंत्र सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।