Adani Foundation promoting tree plantation, started 'Vikas se Vikas' program
Adani Foundation : माडा तहसील अंतर्गत बंधौरा स्थित महान इनर्जेन लिमिटेड के पड़ोस के गांवों में अदाणी फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम 'वृक्ष से विकास' के तहत शनिवार को महिला स्वयं सहायता समूहों के बीच फलदार एवं छायादार पौधों का वितरण किया गया। कर्सुआलाल गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में स्थानीय सरपंच श्री अंजनी कुमार प्रजापति की उपस्थिति में 300 पौधों का वितरण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। अदाणी ग्रुप ने साल 2030 तक 100 मिलियन यानी 10 करोड़ पौधे लगाने का संकल्प लिया है, जिसमें सिंगरौली जिले पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा। लगाए गए फलदार पौधों में ज्यादातर आम, अमरुद, कटहल और जामुन के पेड़ हैं।
अदाणी फाउंडेशन द्वारा आयोजित पौधारोपण और पर्यावरण संरक्षण के इस कार्यक्रम के दौरान ना सिर्फ पौधे वितरित किये गए बल्कि पौधे को जीवित एवं सुरक्षित रखने के उपायों के बारे में भी लोगों को प्रशिक्षित किया गया। आगामी 15 दिनों तक बंधौरा स्थित महान इनर्जेन लिमिटेड के आसपास के गांवों में यह कार्यक्रम चलाया जाएगा और ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण एवं संरक्षण पर जोर दिया जाएगा। इस अभियान से मुख्य तौर पर महिला स्वयं सहायता समूहों, स्कूली बच्चों और गांव के सरपंच सहित अन्य स्थानीय ग्रामीणों को जोड़ने की योजना है। अदाणी फाउंडेशन द्वारा हाइब्रिड बीज से तैयार पौधा पाकर स्थानीय महिलाएं काफी खुश नजर आईं।
तेजी से फैल रहे उद्योगों और बढ़ती आबादी के कारण प्रदूषण का स्तर इन दिनों बहुत अधिक बढ़ रहा है। इससे लड़ने का एकमात्र तरीका अधिक से अधिक पेड़ लगाना है। अगर हम सचमुच स्वस्थ रहना चाहते हैं और बेहतर जीवनयापन करना चाहते हैं तो ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए जाने चाहिए। ऑक्सीजन लेने और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ने के साथ पेड़-पौधे पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को अवशोषित करते हैं जिससे वातावरण में वायु शुद्ध बनी रहती है। अदाणी फाउंडेशन द्वारा सामुदायिक स्थलों पर पौधारोपण पर जोर देने का मकसद जहां समाज के विभिन्न समुदायों के बीच पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाना है, वहीं विभिन्न विद्यालयों में पौधारोपण का उद्देश्य स्कूली बच्चों को पर्यावरण और विकास से सम्बन्धित क्षेत्रों में निर्णय लेने में भागीदार बनाना है। स्थानीय ग्रामीणों ने अदाणी फाउंडेशन के पौधारोपण कार्यक्रम में अपना योगदान देते हुए इसका जोरदार स्वागत किया है।
पिछले कुछ महीने में अदाणी ग्रुप की पर्यावरण एवं सीएसआर टीम के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में जनजागरूकता के ऐसे कई आयोजन कराए गए हैं, जिससे लोग पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार करने के लिए प्रेरित हो सकें। 20 मई को आयोजित एक शिविर में प्राकृतिक संसाधनों के सावधानीपूर्वक उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस शिविर में 'मिशन लाइफ' और पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली के विषयों पर ग्रामीण महिलाओं को जागरूक किया गया। क्षेत्र में जैव विविधता संरक्षण के महत्व और प्लास्टिक प्रदूषण के विनाशकारी परिणामों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और एक स्थायी जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से इस तरह के कार्यक्रम पूरे वर्ष स्थानीय विद्यालयों, पंचायती संस्थानों, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों एवं ग्रामीण बाजारों जैसे सार्वजानिक स्थानों पर आयोजित किए जाएंगे।