Singrauli News: Those who killed the constitution are pretending to protect it today: Ganesh Singh
आपातकाल के 50 वें वर्ष पर आयोजित गोष्ठी पर बोले सतना सांसद
Singrauli News: 25 जून भारत के इतिहास की वो तारीख है जब 1975 मे देश पर आपातकाल थोपा गया था। तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता को बचाने और लोकनायक के आंदोलन को दबाने के लिए देश मे आपातकाल लगाया था। भारतीय जनता पार्टी 25 जून को संविधान हत्या दिवस की संज्ञा देती है और कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करती है। 25 जून 2025 को आपातकाल के 50 वर्ष होने पर भारतीय जनता पार्टी ने देश भर मे इसे काले दिवस के रूप में मनाया और गोष्ठियों का आयोजन किया। सिंगरौली जिले मे इस गोष्ठी का आयोजन दुधीचुआ के सूर्य किरण भवन के सभागार में सम्पन्न हुआ। इस गोष्ठी को संबोधित करने के लिये प्रदेश संगठन ने सतना लोकसभा क्षेत्र के सांसद गणेश सिंह को मुख्य वक्ता के रूप में सिंगरौली भेजा था जिनके ही मुख्य आतिथ्य मे इस गोष्ठी का आयोजन सम्पन्न हुआ। इस गोष्ठी मे विशिष्ट अतिथि के रूप में पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री श्रीमती राधा सिंह, विधायक रामनिवास शाह, राजेंद्र मेश्राम, सीडा अध्यक्ष दिलीप शाह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे तथा अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सुंदरलाल शाह ने की।
जिला मीडिया प्रभारी ने बताया कि पितृ पुरुषों की प्रतिमा पर माल्यार्पण के पश्चात कार्यक्रम का औपचारिक शुभारंभ हुआ तथा स्वागत उद्बोधन जिलाध्यक्ष सुंदरलाल शाह ने दिया। जिलाध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में सभी के स्वागतोपरांत आपातकाल दिवस की भूमिका पर चर्चा की। जिलाध्यक्ष ने कहा कि 25 जून 1975 से आज 25 जून 2025 तक मे 50 वर्ष बीत गये किंतु आपातकाल की वो विभीषिका प्रत्येक भारतीय की स्मृति में विद्यमान है तथा कांग्रेस के काले कारनामे के रूप मे भारत के इतिहास मे सदा के लिए अंकित हो गई है।
अपने उद्बोधन में राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के आंदोलन का जिक्र किया और इस आंदोलन को दबाने के लिए लिए गये इंदिरा जी के निर्णयों को अमानवीय बताया।
मुख्य वक्ता के रूप में पधारे सांसद गणेश सिंह ने आपातकाल के 50 वर्ष होने पर कहा कि आज ये कलंक 50 वर्ष का हो गया जिसे इंदिरा गांधी ने 1975 मे भारत के इतिहास पर लगाया था। गणेश सिंह ने कहा कि इंदिरा गांधी के लोकसभा चुनाव पर इलाहाबाद हाईकोर्ट मे एक ऋट लगाई गई थी जिसपर सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने उनके चुनाव को शून्य घोषित कर दिया था तथा उनके चुनाव लड़ने पर 6 वर्ष का प्रतिबंध लगाया और उसी समय दिल्ली मे लोकनायक के आंदोलन में देश भर के युवा एकत्र हुए और जे पी ने नारा दिया कि सिंहासन खाली करो कि जनता आती है। जिससे घबराकर इंदिरा गांधी ने रातों रात राष्ट्रपति पर दबाव बनाकर देश मे इमरजेंसी लागू कर दी, उसके बाद उनकी दमनकारी राजनीति शुरू हुई और सभी दलों के नेता जो उनके विरोध मे थे रातोंरात गिरफ्तार कर लिए गये और जेलों में ठूंस दिए गए। उस समय हमारे सभी वरिष्ठ नेता भी जेलों मे डाल दिए गये। अटल जी, आडवाणी जी, राजनाथ सिंह जी समेत देश के विभिन्न दलों के नेताओं को जेल में बंद कर दिया गया और 31 महीने तक आपातकाल का तांडव देश में चलता रहा। न्यायालय के अधिकार छीन लिए गए, मीडिया संस्थानों को बंद करा दिया गया, जेल में बंद आंदोलनकारियों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार तक मे सम्मिलित होने की अनुमति नहीं दी गई और भारत के संविधान की सबसे बड़ी हत्या की गई। स्वराज के लिए आंदोलन करने वालों को कठोर यातनाएं दी गईं और अनेको राजनैतिक हत्याएं तक की गईं। ये संविधान को अपने पैरों मे रौंदने वाले आज पूरे देश मे संविधान बचाने का ढोंग करते घूम रहे हैं जिन्होंने 100 से अधिक बार संविधान मे अपने निजी हित को ध्यान में रखकर संशोधन किए, धारा 356 लगातार अनेकों राज्य सरकारों कों बर्खास्त किया, बाबा साहब के समानता देने वाले संविधान का अपमान किया और आज कितनी बेशर्मी से पूरे देश में संविधान की किताब लहराते घूम रहे हैं। ये संविधान के हत्यारे संविधान बचाने की बात कर रहे हैं इससे बड़ा देश के लिए दुर्भाग्य दूसरा नहीं हो सकता। सांसद ने कहा कि हमारा संविधान संशोधन जनता के हितों के लिए होता है और कांग्रेस के सभी संविधान संशोधन इनके स्वहित के लिए हुए हैं। मुख्य वक्ता ने कहा कि आज हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री जी हमारी मूल विचारधारा को जमीन पर उतार रहे हैं उन्होंने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी के एक विधान, एक प्रधान और एक निशान की प्रतिज्ञा को 370 एवं 35 ए हटाकर पूरा किया और समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति के उत्थान से दीनदयाल जी के अंत्योदय के स्वप्न को साकार कर रहे हैं, अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर निर्माण हुआ है और आज देश विश्व की चौथी अर्थव्यवस्था बन कर उभरा है, ये सब कुछ हमारे प्रधानमंत्री जी के करिश्माई नेतृत्व का ही परिणाम है।
कार्यक्रम में आपातकाल के समय आंदोलन मे मीसा बंदियों के परिजनों का सम्मान किया गया । मंचीय संचालन का काम जिला महामंत्री राजकुमार दुबे ने किया तथा आभार प्रकटन जिला महामंत्री लालपति साकेत ने किया। इस सभा मे मुख्य रूप से निगम अध्यक्ष देवेश पांडेय, पूर्व विधायक राम लल्लू वैश्य, सुभाष वर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष राम सुमिरन गुप्ता, वीरेंद्र गोयल, नगर परिषद अध्यक्ष प्रमिला देवी, जनपद अध्यक्ष प्रणव पाठक, जिला उपाध्यक्ष राजेश तिवारी, सरोज सिंह, चंद्रिका वैश्य, सरोज शाह, जिलामंत्री पूनम गुप्ता, अरविंद तिवारी, विनोद चौबे, समस्त मंडलों के अध्यक्ष, मोर्चा जिलाध्यक्ष सीमा जायसवाल, राजेंद्र सिंह, कमलेश वैश्य, वरिष्ठ नेता नरेश शाह, रमापति जायसवाल, मीना चौबे, जिले भर से आये प्रबुद्धजन तथा भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।