Singrauli News: Politics heated up in the district, Singrauli BJP's crime connection
Singrauli News: जिले में आदिवासी समुदाय के व्यक्ति पर हुए हमले एवं मौत के मामले में जिले की राजनीति पृष्ठभूमि गर्म हो चली गई है। बीते दिन देवसर विधानसभा क्षेत्र के इलाके में बेरहमी से हत्या के मामले में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंडल उपाध्यक्ष का नाम घटना में पाया गया। सिंगरौली जिले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के नाम पूर्व में भी कई गंभीर अपराधों में निकलकर सामने आ चुके हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है इससे पूर्व में जिला मुख्यालय सहित चितरंगी इलाके तक में भाजपा नेताओं का अपराध में नाम सामने आने के बाद से भाजपा की साख पर बट्टा लगा। वहीं कई संगीन अपराधों में नाम सामने आने के बाद जनता की तरफ से यह मांग भी उठी की, उनके घरों को प्रशासन ध्वस्त करें परंतु ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला जिससे प्रशासन एवं भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को लेकर सरपरस्ती के आरोप लगाते रहे हैं।
केस नम्बर 1
बिगत दो दिवस पूर्व में सरई थाना क्षेत्र के गन्नई गांव में रविवार देर रात अवैध रेत परिवहन में लगे ट्रैक्टर ट्रॉली से कुचलकर आदिवासी किसान इंद्रपाल अगरिया (46) की हत्या कर दी गई। रेत माफिया से जुड़े लोग गन्नई गांव से निकलने वाली पटीर नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर किसान इंद्रपाल अगरिया के खेत से निकल रहे थे। खेत में धान की फसल लगी थी, फसल नुकसान को देखते हुए किसान इंद्रपाल ने अवैध रेत परिवहन रोकने के लिए रेत माफिया से विवाद भी किया था। इससे रेत माफिया ने किसान को ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिसके चलते उसकी मौके पर मौत हो गई। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो इंद्रपाल के खेत और जमीन से रेत का अवैध परिवहन हो रहा था। इसके चलते फसल खराब हो रही थी। गांव के लाले वैश्य और उनके साथी रेत का परिवहन कर रहे थे। कई बार उनसे ट्रैक्टर निकालने से मना भी किया था, लेकिन उन्होंने लोगों ने दबंगई दिखाते हुए मना कर दिया। रविवार रात को भी आरोपी खेत से ट्रैक्टर निकाल रहे थे। इस दौरान करीब 8 बजे भाई इंद्रपाल ने उन्हें रोका तो उसे कुचलकर मार दिया। अवैध परिवहन में लगा ट्रैक्टर भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष लाले वैश्य का बताया जा रहा है।
केस नम्बर 2
आदिवासी समाज के व्यक्ति के ऊपर अत्याचार का दूसरा मामला बीते जुलाई माह में चितरंगी इलाके से भी निकल कर सामने आ चुका है। दरअसल, मामला सिंगरौली जिले के चितरंगी थाना क्षेत्र का है। एक बाइक सवार दलित युवक लाले बसोर एक रिश्तेदार के साथ अपने ससुराल जा रहा था। रास्ते में अचानक उसने एक बकरे को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद से युवक पिटाई के डर से वहां से भाग निकला तभी रास्ते में ही पिछे बैठा उसका रिश्तेदार गिर गया।वहीं दूसरी तरफ बकरे को टक्कर लगने के बाद बीजेपी युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष अभिषेक पाण्डेय अपनी कार से आरोपी दलित युवक का पीछा करने लगा। उसने बाइक सवार युवक को रोकने की कोशिश की मगर वो नहीं रूका। फिर क्या था बीजेपी नेता ने अपने 32 बोर के पिस्टल से दनादन फायरिंग शुरू कर दी। इधर फायरिंग हो रही है उधर वह युवक भाग रहा है। अचानक से 2 किमी दूर जाकर वह अचेत होकर गिर गया। मौके पर पहुंच कर देखा गया तो गोली लगने से उसकी मौत हो गई थी।
केस नम्बर 3
अप्रैल माह वर्ष 2024 को जिला मुख्यालय बैढ़न में शहर कोतवाली के नजदीक जिलानी मोहल्ले में कपड़ा व्यवसायी के घर में घुस कर मां की हत्या और बेटी को अधमरा कर फरार हुए आरोपियों को सिंगरौली पुलिस कि संयुक्त टीम ने ढूंढ निकाला था। सिंगरौली पुलिस लगातर जिले भर की पुलिस उत्तर प्रदेश सहित अन्य मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़े अन्य प्रदेशों के सीमाओं के खांख छानती रही पुलिस को कड़ी मशक्कत के बाद मंजू जैसवाल हत्या कांड के आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार। बीते 31 मार्च को हुए मर्डर मिस्ट्री का खुलासा शुक्रवार को पुलिस ने किया जिसमें घटना को अंजाम देने वाले आरोपितों पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार के निर्देश व डीआईजी साकेत पांडेय के मार्गदर्शन में एसपी निवेदिता गुप्ता द्वारा की गई पड़ताल से मप्र सहित अन्य प्रदेशों के विभिन्न क्षेत्रों खोजबीन के बाद पकड़े गए आरोपियों ने शख्त पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार कर लिया।
घटना में बबलू जायसवाल उर्फ सुनील जायसवाल पिता कल्लू जायसवाल के द्वारा चार अज्ञात लड़कों को घटना दिनांक 31.03.24 को ही सुबह अपने घर बुला लिया एवं वैढ़न के रहने वाले दिनेश उर्फ गोलू रजक के साथ मिलकर लूट/डकैती की योजना तैयार की गई थी। बबलू द्वारा उन लड़कों को फरियादी के घर तक जाकर रेकी कर घटना कराई गई। गिरफ्तार आरोपित सुनील उर्फ बब्लू जायसावल पूर्व युवा मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष व पूर्व भाजपा मंडल उपाध्यक्ष निवासी वैढ़न, दिनेश उर्फ गोलू रजक निवासी वैढ़न, दिनेश कुशवाहा निवासी बांदा (उ.प्र.) रवीकान्त मौर्या निवासी बांदा (उ.प्र.) है। दो अभियुक्त जिनसे सिंगरौली पुलिस अभी भी पूछताछ कर रही है कि कुछ और नया खुलासा हो सके उनमें विशाल जाटव निवासी जिला सम्भल एवं अतुल सिंह निवासी सम्भल (उ.प्र.) है। मौके वारदात पर पुलिस द्वारा जब्त किया वह हथियार लोहे की रॉड और सब्बल भी पुलिस में बरामद कर लिया है यही पुलिस कमिश्नर ने सिंगरौली पुलिस को दस हजार अंधे कत्ल के खुलासे के लिए इनाम के रूप में दिया है वही गिरफ्तार आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।
संगीन अपराध में एक के बाद एक जिस तरह से अपराधियों के तार भाजपा से जुड़े वह भाजपा के लिए किसी कलंक से कम नही है। बीके कुशवाहा पूर्व में भी उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले की हिस्ट्री सीटर व्यक्ति का सिंगरौली भाजपा दल में शामिल होने को लेकर कई बातें उठी आनंद फानन में भाजपा के द्वारा इस पूरे मामले को लेकर खंडन कर उसे व्यक्ति का दल में ना होना स्वीकार किया गया एवं भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष ने इस बात को भी मीडिया के सामने कहा था अपराधियों के लिए दल में कोई भी जगह नहीं है बावजूद इसके लगातार सिंगरौली जिले से संगीत अपराधों में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े होने के मामले निकाल कर सामने आ रहे हैं वह जिले की राजनीति को गर्म करने के लिए बहुत है।