Singrauli News: Overloaded vehicles running on the city roads, responsible people silent
ओवरलोड वाहनों से सड़कें हो रहीं क्षतिग्रस्त
Singrauli News: सिंगरौली की सड़कों पर रेत व गिट्टी के ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। रेत के स्टॉक से बेरोकटोक चलने वाले वाहनों से सड़कों की दिनोंदिन हालत बदतर होती जा रही है। ओवरलोड वाहनों के कारण हर समय हादसे की आशंका बनी हुई है। बरसात के चलते 2 अक्टूबर तक क्षेत्र में आवंटित वैध रेत खनन पट्टों पर खनन प्रतिबंध है। इससे पहले ही खनन ठेकेदारों की ओर से जिले में कई जगह रेत के स्टॉक लगाए गए हैं। जहां से परिवहन नियमों की अनदेखी कर ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा हैं। रेत व गिट्टी के ओवरलोड वाहन क्षेत्र की सड़कों पर दिन-रात सरपट दौड़ रहे हैं।
इसके बावजूद परिवहन विभाग द्वारा ओवरलोड वाहनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा रही। इसके अतिरिक्त रेत के ओवरलोड वाहनों से उड़ती रेत और धूल ग्रामीणों के लिए परेशानी बनी हुई है। वहीं, सड़कों की हालत भी दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही हैं। सड़कों में गड्ढे बन रहे हैं। ये हादसों का बड़ा कारण बन रहे हैं। इससे सरकार को राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है। इसके बावजूद परिवहन विभाग या फिर प्रशासनिक अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
हादसा हुआ तो जिम्मेदार कौन
पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से परिवहन नियमों का पालन सुनिश्चित कराने हेतु तमाम अभियान चलाए जाते हैं। इसके तहत कार्रवाई भी की जाती है। रेत स्टॉक से बेरोकटोक दौड़ने वाले वाहन बिना नंबर प्लेट नजर आते हैं। इन पर प्रभावी कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है। वाहनों में रेत ऊपर तक भरी रहती है। ओवरलोडिंग के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि रेत के बिना नंबर प्लेट चल रहे ओवरलोड वाहनों से यदि कोई हादसा हुआ, तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।
ओवरलोड वाहन के चलने से धस गयी सड़कें
आप को बता दे कि शहर में ओवरलोड वाहन के चलने से सड़कें धस गयी है। हम बात कर रहे शहर के माज़न मोड़ से नवानगर की तरफ जाने वाली सड़क की अगर आप वहा से गुजरते है तो आप देखेंगे की जिस तरफ से भरी वाहन निकलते है उस साइड की सड़क लगभग 6 इंच तक नीचे दब गयी है जिससे इस सड़क से होकर गुजरने वाले राहगीरो को परेशानी का सामना करना पड़ता है और डर बना रहता कि ऊपर नीचे होने के कारण बैलेंस खो कर कही गिर न जाये। और हमेशा हादशों का डर बना रहता है। ये सब सड़क की क्षमता से ज्यादा लोड लेकर निकल रहे भारी वाहनो के कारण ही हो रहा है।