Singrauli News: Illegal drugs spread from streets to intersections in Mada area
कारोबार ,कारखास कर रहे निगरानी
Singrauli News: सिंगरौली जिले के माडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अवैध नशे का कारोबार इन दिनों तेजी से फ़ैल रहा है। क्षेत्र की गली-मोहल्लों और चौराहों पर खुलेआम नशे की बिक्री हो रही है, जिससे यहां के युवाओं और समाज पर गंभीर असर पड़ रहा है। इस काले कारोबार में संलिप्त लोगों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, लेकिन इसके खिलाफ जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी और निष्क्रियता के कारण हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
गली-मोहल्लों में खुली दुकानें
माडा थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में जैसे धनहरा रजमिलान सितुल कोयलखुर्द गड़हरा भमौरा जैसे गली-मोहल्लों और चौराहों पर नशा बेचने वालों का नेटवर्क सक्रिय है। यह नेटवर्क न केवल स्थानीय लोगों को अपना शिकार बना रहा है, बल्कि बाहरी क्षेत्रों से आने वाले लोग भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, कई ऐसे इलाके हैं जहां नशे का कारोबार इतनी बेतहाशा बढ़ गया है कि लोग अब घरों से बाहर निकलने में भी असुरक्षित महसूस करने लगे हैं। खासकर युवा वर्ग, जिनके हाथों में देश का भविष्य है, तेजी से इस दलदल में धंसते जा रहे हैं।
समाज में नशे के इस कारोबार का सबसे गहरा असर समाज के कमजोर तबके और युवाओं पर पड़ रहा है। स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राएं नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं, जिससे उनकी पढ़ाई और मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसके साथ ही नशे के कारण कई परिवारों का आर्थिक संतुलन भी बिगड़ रहा है, क्योंकि नशे की लत पूरी करने के लिए युवा चोरी-डकैती और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में संलिप्त हो रहे हैं।
स्थानीय लोग चिंतित
स्थानीय निवासियों ने बताया है कि वे इस अवैध कारोबार के खिलाफ कई बार आवाज उठा चुके हैं, लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। बच्चों और किशोरों में नशे की लत तेजी से बढ़ती जा रही है, जिससे अपराधों की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। चोरी, लूटपाट, झगड़े जैसी घटनाओं में इजाफा हुआ है, और क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
सूत्रों का कहना है की पुलिस की निष्क्रियता और प्रशासन की उदासीनता अवैध नशे के कारोबार की जानकारी स्थानीय पुलिस और प्रशासन को होने के बावजूद, उनके द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। लोगों का आरोप है कि पुलिस और नशे के कारोबारियों के बीच सांठ-गांठ होने के चलते यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। जबकि पुलिस अधिकारियों का दावा है कि वे नियमित रूप से छापेमारी कर रहे हैं और नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं, मगर जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल विपरीत है।