Singrauli News: Corruption worth crores of rupees exposed in NANI council meeting Congress councillors raised slogans to stop corruption
Singrauli News : सिंगरौली। नगर निगम परिषद की बैठक में नवजीवन बिहार स्थित शिवाजी कॉम्प्लेक्स में पाइप निर्माण घोटाले में नगर निगम कमिश्नर घिर गए। खुद पर सवाल खड़ा होते थे नगर निगम कमिश्नर ने उपयंत्री अनुज पर सारा ठीकरा फोड़ते हुए सस्पेंड कर दिया जबकि एसडीओ पीके सिंह से वित्तीय प्रभार से हटाया गया। गौरतलब है कि नगर निगम की परिषद की बैठक में मंगलवार को पार्षदों ने निर्माण कार्यों में हो रहे भ्रष्टाचार और घोटाला को मुद्दा बनाते हुए जमकर हंगामा किया। परिषद की बैठक शुरू हुई लेकिन पार्षदों ने शिवाजी कांप्लेक्स पाइपलाइन निर्माण कार्य में घोटाला करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होने पर हंगामा शुरू कर दिया और जिम्मेदार अधिकारियों कि निलंबन की मांग करने लगे। पार्षदों के तेवर देख निगम के अध्यक्ष परिषद एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया। पार्षद और अध्यक्ष के तेवर देख नगर निगम कमिश्नर बैक फुट पर नजर आए। परिषद में शिवाजी कांप्लेक्स पाइपलाइन, नल जल योजना निर्माण कार्य, आउटसोर्सिंग कंपनी के लेबर सप्लाई, सड़क में गड्ढे, सीवरेज लाइन जैसे मुद्दे छाए रहे।
वार्ड 36 में नल जल योजना में 5 करोड़ के भ्रष्टाचार की बात
विगत दिवस परिषद की बैठक में वार्ड 36 के नल जल योजना को लेकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले पार्षद की शिकायत के उपरांत हुई जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि नल जल योजना के तहत किए जाने वाले विकास कार्य के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ है अपनी बातों को रखते हुए वार्ड 36 के पार्षद का कहना है कि 17000 मी की पाइप डालने का कार्य किया जाना प्रस्तावित था जिसमें की संविदा कर के द्वारा 8400 मी मात्रा पाइप डालकर संपूर्ण भुगतान कर लिया गया संबंधित मामले में 5 करोड रुपए घोटाले की बात को वार्ड 36 के पार्षद स्वीकार रहे हैं अब इस मामले में उन्होंने परिषद के माध्यम से संबंधित दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है। नल जल योजना सहित सीवर लाइन परियोजना को लेकर भी पार्षदों में असंतोष देखने को मिला है ऐसा नहीं है कि पार्षदों के द्वारा सिर्फ नल जल योजना में ही भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं पार्षदों के द्वारा यह भी आरोप है कि यदि सही तरीके से सीवर लाइन के कार्यों की समीक्षा एवं जांच की जाए तो इसमें भी एक बड़े घोटाले का पर्दा फास हो सकता है।
कांग्रेस पार्षदों को समय न मिलने से सदन से किया वॉक आउट
परिषद की बैठक की शुरुआत से ही कांग्रेस पार्षदों ने लगातार कई भ्रष्टाचार के मामलों पर अपनी बात रखने का प्रयास किया कांग्रेस पार्षदों का आरोप है कि नगर निगम अध्यक्ष के द्वारा कांग्रेस पार्षदों को समय नहीं दिया गया जिससे कि नाराज होकर कांग्रेस पार्षदों ने सदन का बहिष्कार कर दिया वही कांग्रेस पार्षदों ने भ्रष्टाचार बंद करो के नारे के साथ सदन का बहिष्कार कर दी। मीडिया से बातचीत के दौरान वार्ड क्रमांक 19 के पार्षद अखिलेश सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि नगर निगम अध्यक्ष के द्वारा भ्रष्टाचार के मामलों को दबाते हुए गैर भाजपाई पार्षदों को सदन में अपनी बात रखने का अवसर नहीं दिया।