Sidhi news: Money is being charged in the name of sonography checkup in Sihawal Health Center
Sidhi news: सीधी। सीधी जिले का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है क्योंकि यहां पर सोनोग्राफी चेकअप का पैसा स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा लिया जा रहा है जिसकी पोल सरकारी अस्पताल में जांच करने आए महिलाओं ने खोल कर रख दी है। जानिए कैसे होता है पूरा घोटाला ,सरकार के द्वारा बड़े-बड़े दावे तो किए जाते हैं जनप्रतिनिधियों के द्वारा डींगे हांकी जाती हैं लेकिन वह धरापटल पर उतरती हुई नजर नहीं आ रही है यह हम नहीं बल्कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चीख-चीख कर यह कह रहा है यहां पर जांच करने आई महिलाओं से जांच के नाम पर ₹500 लिया जाता है एवं जिन महिलाओं के पास पैसे नहीं होते हैं उनको डेट पर डेट दिया जाता है तथा दो से तीन बार में उनका चेकअप किया जाता है। अब यह डेट उन्हें क्यों दिया जाता है समझ से परे है।
अस्पताल सरकारी, फाइल प्राइवेट
सरकारी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिहावल का आलम यह है कि अस्पताल सिर्फ नाम की सरकारी है काम पूरी तरह से प्राइवेट अस्पतालों की तर्ज पर हो रहा है यह हम नहीं बल्कि मरीज खुद चीख चीख कर रहे हैं। वहां पर मरीजों को डॉक्टर राकेश शर्मा के द्वारा अपनी निजी फाइल दी जाती है और जो मरीज पैसा नहीं देते हैं या जिनके पास पैसा नहीं होता है उन्हें डेट दिया जाता है और जब वह अपने डेट पर आते हैं तो उन्हें डॉक्टर राकेश शर्मा के द्वारा अपनी निजी फाइल दी जाती है।
आखिर किसके संरक्षण में हो रहा खेल, खड़े हो रहे कई सवाल
सिहावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हमेशा किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहता है इन दिनों महिलाओं के सोनोग्राफी जांच की वजह से सुर्खियों में है क्योंकि सरकार ने लाखों रुपए की लागत से मशीन तो उपलब्ध करा दी है परंतु अब भी गरीबों का शोषण वहां पर हो रहा है। महिलाओं ने बताया कि वहां पर एक महिला डॉक्टर रहती हैं जिनके द्वारा ₹500 लिया जाता है और उनके पास पैसा नहीं होता उन्हें डेट दे दिया जाता है। आखिर किसके संरक्षण में यह कारोबार फल और फूल रहा है सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। हाल ही में 6 महीने पूर्व जब विधानसभा का चुनाव हुआ था तो सिहावल विधानसभा की जनता ने विधायक को बदल दिया था इस उम्मीद के साथ कि शायद कुछ हालात सुधरे लेकिन हालात सुधरने की जगह दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं। आखिर यह पैसा क्या जनप्रतिनिधियों के पास भी पहुंच रहा है सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। तथा ऐसा नहीं है कि वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं है स्वास्थ्य विभाग के विशिष्ट सूत्रों की माने तो पैसे का बंटवारा नीचे से लेकर ऊपर तक होता है इसीलिए जिम्मेदार भी कार्यवाही करने से गुरेज खा रहे हैं।
इनका कहना है।
हिनौती निवासी गुलशन बताती हैं कि वह तीन बार आ चुकी हैं और उन्हें डेट पर डेट दिया जा रहा है यह क्यों दिया जा रहा है उन्हें यह मालूम नहीं है उन्होंने बताया कि मैं आज आई तो तीसरी बार में हमारी जांच हुई है और मुझे पैसा नहीं लिया गया है।
दूसरी महिला हिनौती निवासी रामवती साहू ने बताया कि मैं आज पहली बार आई हूं मुझसे ₹500 लिया गया है और पहली बार में ही मेरी जांच हो गई है। तथा मुझे फाइल सरकारी अस्पताल में डॉक्टर रिकेश शर्मा के नाम की दी गई है।
तीसरी महिला हिनौती निवासी जैसुन निशा ने बताया कि मैं आज पहले दिन ही आई हूं मुझसे ₹500 लिया गया है और मेरी जांच हो गई है।
चौथा व्यक्ति गेरुआ निवासी मुजाहिर अली ने बताया कि मैं अपनी पत्नी अरबीना खातून का सोनोग्राफी टेस्ट करने के लिए आया था 15 दिन पूर्व परंतु मेरी पत्नी की सोनोग्राफी जांच नहीं की गई बल्कि डेट दे दी गई, आज किसी तरह जांच पूरी हुई है।
वही इस पूरे मामले को लेकर जब हमारे द्वारा क्षेत्रीय विधायक विश्वामित्र पाठक से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं अभी बाहर हूं और इसके पूर्व भी हमारे कार्यकर्ताओं के द्वारा यह चर्चा की गई थी कि इस तरह से रवैया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिहावल में चल रहा है आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
वहीं इसी मामले को लेकर जब हमारे द्वारा खंड चिकित्सा अधिकारी सिहावल डॉक्टर संजय पटेल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि सभी जगह निशुल्क रूप से जांच किए जाने की सूचना चस्पा किए गए तथा किसी भी प्रकार से कोई पैसा नहीं लिया जा रहा है यदि लिया जा रहा है तो मुझे इसकी जानकारी नहीं है पर ऐसी कोई शिकायत प्राप्त होती है तो कार्रवाई की जाएगी। अब सबसे बड़ा सवाल यह खड़ा हो रहा है कि खंड चिकित्सा अधिकारी सिहावल के कक्ष के बगल में ही महिलाओं के सोनोग्राफी जांच की व्यवस्था की गई है ऐसे में उनका यह बयान देना किसी को यह बात हजम नहीं हो रही है।