Attari-Wagah Border Yoga: BSF organized a grand yoga session at Attari-Wagah border
Attari-Wagah Border Yoga: 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने आज शनिवार को अटारी-वाघा बॉर्डर पर एक भव्य योग सत्र का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम थी “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”, जिसे केंद्र सरकार के आयुष मंत्रालय की “योग संगम” पहल के तहत पूरे देश में मनाया गया। इस आयोजन में 1,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया, जिनमें BSF जवान, भारतीय सेना के सैनिक, उनके परिवार, सीमा क्षेत्र के स्थानीय निवासी, छात्र, और अन्य विशिष्ट अतिथि शामिल थे। योग सत्र जॉइंट चेक पोस्ट (JCP) अटारी पर हुआ, जो भारत की प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सीमाओं में से एक है और प्रतीकात्मक रूप से एकता और शांति का संदेश देता है।
BSF पंजाब फ्रंटियर के इंस्पेक्टर जनरल अतुल फुलजेले ने कहा, “11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर हमने JCP अटारी पर योगाभ्यास किया। इस आयोजन में BSF जवानों, सेना के सैनिकों, उनके परिवारों, गांववासियों और बच्चों ने भाग लिया और करीब 1,000 लोगों ने एक साथ योग किया।” उन्होंने कहा कि सीमा पर तैनात बलों और ग्रामीण समुदायों के लिए योग शारीरिक मजबूती और मानसिक संतुलन दोनों को बनाए रखने में मदद करता है।
BSF ने यह सुनिश्चित किया कि मुख्यालय और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विभिन्न बीओपी (बॉर्डर आउट पोस्ट) पर भी अलग-अलग योग सत्र आयोजित किए जाएं, ताकि सभी रैंकों के जवान योग में भाग ले सकें। सभी ने कॉमन योगा प्रोटोकॉल का पालन किया और ध्यान तथा प्राणायाम के माध्यम से मानसिक तनाव को कम करने की विधियां अपनाईं।
यह आयोजन पूरे देश में चल रहे “योग संगम” अभियान का हिस्सा था, जिसके तहत एक लाख से अधिक स्थानों पर योग कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस वर्ष योग दिवस पर लगभग दो करोड़ लोगों ने एक साथ योगाभ्यास किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से मुख्य कार्यक्रम का नेतृत्व किया। अटारी बॉर्डर पर हुआ यह योग सत्र विशेष रूप से प्रेरणादायक रहा, क्योंकि यह दर्शाता है कि भारत की प्राचीन योग परंपरा न केवल स्वास्थ्य और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देती है, बल्कि सीमाओं पर भी शांति और आत्मबल का संदेश देती है।