Singrauli News: The bodies were lying for hours waiting for the ambulance, the relatives disappointed
अव्यवस्थाओं की बदहाली को झेल रहा सिंगरौली का ट्रामा सेंटर
Singrauli News : सिंगरौली जिले में संचालित एम्बुलेंस वाहन 7 महीने से भुगतान न मिलने के कारण संचालित शव वाहन सेवाओं पर ताला लग गया है। जिससे आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, आर्थिक तंगी के चलते अब इन वाहनों का संचालन असंभव हो गया है। जिले के 3 विकासखण्डों में संचालित शव वाहनों का संचालन करने वाले संचालक एवं समन्वयक अभिषेक पाण्डेय ने बताया कि पिछले कई महीनों से चालकों, मेंटनेंस और ईंधन की व्यवस्था के लिए धन उपलब्ध नहीं कराया गया है।
शव वाहन का पेमेंट ट्रामा सेंटर की जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा 7 महीने से नहीं किए जाने पर शव वाहन के ठेकेदार द्वारा पत्र लिखकर के अस्पताल प्रबंधन को अवगत कराया गया की भुगतान न होने के स्थिति में आगे शव वाहन का संचालन नहीं किया जाएगा। उसके बावजूद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही न करने पर गाड़ी का परिचालन बंद कर दिया गया था जिस कारण से ट्रामा सेंटर में शव को घर तक पहुंचने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
प्रवीण सिंह ने स्वयं के खर्च पर भिजवाया 4 शव
इसी बीच कांग्रेस पार्टी के नेता प्रवीण सिंह चौहान ट्रामा सेंटर में पहुंचकर 4 शव को उनके घर तक अपने निजी खर्चे पर घर पहुंचने की जवाबदारी ली जैसे ही यह खबर प्रशासन तक पहुंची प्रशासन के द्वारा आन्न फानन में वाहनों की व्यवस्था कराई गई उक्त पूरे घटना पर कांग्रेस नेता प्रवीण सिंह चौहान ने अपना वक्तव्य देते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश की भाजपा की सरकार की कथनी और करनी में बहुत अंतर है बड़े-बड़े खोखले वादे मध्य प्रदेश की सरकार कर रही है लेकिन धरातल पर यह स्थिति है कि एसटी एससी वर्ग गरीब वर्ग के लिए शव वाहन भी घर तक ले जाने के लिए भी व्यवस्था नहीं है और जनता ने जिन जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को भारी मतों से चुना है वह अपने कार्य में लगे हुए हैं उन्हें जनता के कार्यों से कोई सरोकार नहीं है सिंगरौली जिला जो बेहद ही आर्थिक रूप से संपन्न होने के बावजूद व्यवस्थाओं की बदहाली झेल रहा है इसके जिम्मेदार यहां के जनप्रतिनिधि है ट्रामा सेंटर अस्पताल की व्यवस्था बेहद ही दयनीय है समय-समय पर यदि देश का चौथा स्तंभ मीडिया इन बातों को जनता के बीच ना पहुंचाएं तो यहां पर बैठे हुए भ्रष्टाचारी पूरा अस्पताल ही डकार जाएंगे वर्तमान सरकार की स्थिति बहुत ही दयनीय है और वह भी सिंगरौली जिले में तो यहां की व्यवस्थाओं पर कोई भी ध्यान नहीं देता जो भी नेता बाहर से आते हैं यहां के धन को अपने क्षेत्र में लगाकर यहां के लोगों को केवल चूसने का काम कर रहे हैं।
संचालक ने दी ये जानकारी
मामले को लेकर अभिषेक पाण्डेय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कई बार भुगतान की मांग की थी, ताकि त्यौहारों से पहले इन वाहनों की सेवाएं जारी रखी जा सके, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला। केवल इतना ही नहीं, उन्होंने चेतावनी दी थी कि यदि समय पर भुगतान नहीं हुआ, तो 1 नवंबर से इन वाहनों का संचालन रोकना पड़ेगा। आखिरकार कोई और विकल्प न देखकर ये वाहन बंद कर दिए गए हैं।
अस्पतालों में शव पड़े
शव वाहन सेवा बंद होने से सिंगरौली जिले के जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर में घंटो शव पड़े रहे। मरीजों के परिजनों को शवों को ले जाने के लिए अन्य साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे मानवीय संवेदनाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं। हालात इतने विकराल हो गए हैं कि कुछ अस्पताल में 4 शवों के परिवहन की समस्या आ खड़ी हुई थी।
जनता में आक्रोश
इस पूरी स्थिति ने सिंगरौली की दुर्दशा को उजागर किया है। लोगों का कहना है कि प्रशासन इस पर उदासीन है। जिले में शव वाहन सेवा जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं का बंद होना न केवल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न लगाता है, बल्कि मानवीयता को भी शर्मसार करता है।